
मौलाना के आपत्तिजनक बयान पर माफी के बाद भी नहीं थमा विवाद, निगम कर्मचारियों ने बंद किया काम, VIDEO
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में सफाईकर्मियों को लेकर एक मौलाना द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद शहर के वाल्मीकि समाज में रोष बढ़ता जा रहा है। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने के बाद मौलाना शादाब खान ने वाल्मीकि समाज के लोगों और सफाईकर्मियों से हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए एक वीडियो जारी किया है, बावजूद इसके मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आलम ये है कि, मौलाना के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज नगर-निगम कर्मचारियों ने इलाके में सफाई का काम ही बंद कर दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि, जबतक मौलाना की गिरफ्तारी नहीं होगी, तबतक चंदन नगर में सफाई भी नहीं होगी।
वाल्मीकि समाज के मनोज परमार ने थाने पहुंचकर मौलाना शादाब खान के बयान को लेकर कहा कि, 60 रुपए मुंह पर मारने की बात करने वाले शख्स के मूंह पर हम 60 हजार मार सकते हैं। शादाब खान जिस तरह से आपत्तिजनक बयान देकर सफाई कर्मचारियों के लिए ये बात कह रहे हैं। वो एक बार सफाई कर्मचारियों के जैसे गंदगी को उठाकर देखें तो उन्हें महसूस होगा कि, वो किस तरह की अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ इंदौर महापौर का कहना है कि, हम किसी कीमत पर सफाई मित्रों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हरिजन एक्ट के तहत केस दर्ज
बता दें कि, एक दिन पहले मामले में वाल्मीकि समाज सफाई कामगार संघ के उपाध्यक्ष सुभाष धौलपुरे के साख चंदन नगर थाने पहुंचे वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधिमंडल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में समाज के लोगों ने कहा था कि, चंदन नगर में रहने वाले मौलाना द्वारा वाल्मीकि समाज और इंदौर नगर निगम के सफाई मित्रों पर अशोभनीय और गंदी टिप्पणी की है। इसे लेकर थाना चंदन नगर में हरिजन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। फिलहल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
मौलाना ने मांगी माफी
वाल्मीकि समाज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला तूल पकड़ने के बाद मौलाना गुरुवार को मौलाना शादाब की ओर से एक और वीडियो सामने आया है। इस बार उन्होंने आपत्तिजनक शब्द कहे जाने के संबंध में हाथ जोड़कर मांफी मांगी है। सामने आए नए वीडियो के जरिए मौलाना ने कहा कि, वायरल हुआ वीडियो बीते एक-दो दिन पुराना नहीं, बल्कि पिछले साल के मुहर्रम माह की 9 तारीख का है, जब वो अपने भाइयों और मुस्लिम मां-बहनों, बच्चियों को समझा रहे थे कि, हमें जुलूस में भीड़ इकट्ठा नहीं करना। क्योंकि, जाम लगता है कई बार एंबुलेंस तक इस जाम में फंस जाती है। पुलिस प्रशासन को बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, जितनी ज्यादा भीड़ होती है। इसके साथ उस समय कोरोना भी देश में पैर पसार रहा था तो इन्हीं वजहों से हम समझा रहे थे कि, अपने घर में मुहर्रम की तैयारी करें।
'गलती से निकले ऐसे शब्द, माफ कर दो'
इसी दौरान जब मैं समझा रहा था कि, जब कचरा गाड़ी आपके घर के बाहर आए तो आपको मां और बहनों से कचरा नहीं डलवाना चाहिए। आपको खुद कचरा डालना चाहिए और ये समझाने के दौरान गलती से मेरी जुबान से ऐसे शब्द निकले, जिससे हमारे सफाईकर्मियों और पूरे वाल्मीकि समाज के भाईयों को ठेस पहुंची। मेरी इस गलती से की गई टिप्पणी से वाल्मीकि समाज के लोगों को तकलीफ पहुंची, इसके लिए मैं दिल से शर्मिंदा हूं, कोई भी शब्द मैंने जानबूझकर या किसी साजिश के तहत नहीं कहे थे। हमनें खुद सफाईकर्मियों के साथ चंदन नगर में सफाई रैली निकाली थी। मैं दिल से सभी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।
Published on:
10 Aug 2023 04:16 pm
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